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Face Value क्या है? शेयर बाजार में Face Value का महत्व, उदाहरण और पूरी जानकारी 2025

Face Value क्या है? पूरी जानकारी हिंदी में :—


अगर आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं या 
निवेश करने की सोच रहे हैं, तो "Face Value" शब्द आपने जरूर सुना होगा। 
लेकिन क्या आप जानते हैं कि Face Value का मतलब क्या है और 
यह आपके निवेश को कैसे प्रभावित करता है?
इस आर्टिकल में 
हम आपको Face Value की पूरी जानकारी देंगे — इसका मतलब, उदाहरण, महत्व, और यह शेयर की कीमत से कैसे जुड़ा होता है।

Face Value क्या है - शेयर बाजार में Face Value का मतलब, उदाहरण और महत्व

Face Value का मतलब :—

Face Value को हिंदी में "अंकित मूल्य" या "मूल्य अंकन" कहा जाता है। यह वह मूल्य है जो कंपनी अपने शेयर को जारी करते समय तय करती है।
यह मूल्य कंपनी की मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन और आर्टिकल्स ऑफ एसोसिएशन में दर्ज होता है।
Face Value हमेशा रुपयों में होती है, जैसे ₹1, ₹2, ₹5, ₹10, ₹100 आदि।
यह मूल्य शेयर बाजार में होने वाली रोज़ की कीमत बदलने से प्रभावित नहीं होता।

 Face Value क्या है? :—

Face Value का मतलब होता है — किसी शेयर या बॉन्ड का मूल्य जो कंपनी तय करती है। 

जब वह उसे पहली बार जारी करती है। इसे हिंदी में मूल्य मूल्य या नाममात्र मूल्य भी कहा जाता है।


आसान शब्दों मे :—

जब भी कोई कंपनी शेयर मार्केट में अपना कोई शेयर बेचती है। 

 तो हर एक शेयर की एक Face Value होती है। 

यह वो कीमत होती है, जिस पर शेयर बनाया गया है। न कि 

जिस पर वह बाजार में बिक रहा होता है।


उदाहरण : —

मान लीजिए किसी कंपनी का शेयर ₹10 फेस वैल्यू पर जारी हुआ है।

यह शेयर मार्केट में ₹200 में बिक रहा है।

लेकिन कंपनी के रिकॉर्ड में इसकी Face Value अभी भी ₹10 ही रहेगी।


Face Value क्यों जरूरी है? :—

1. डिविडेंड की गणना फेस वैल्यू के आधार पर होती है।

जैसे अगर ₹10 फेस वैल्यू वाले शेयर पर 50% डिविडेंड मिला, तो मतलब आपको ₹5 मिलेगा।

2. बैलेंस शीट में पूंजी की गणना फेस वैल्यू के आधार पर होती है।

3. स्टॉक स्प्लिट या बोनस शेयर फेस वैल्यू पर ही दिए जाते हैं।

Face Value क्या है?

Face Value क्यों महत्वपूर्ण है? :—

Face Value शेयर बाजार में कई जगहों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

1. डिविडेंड कैलकुलेशन में

कंपनियां अक्सर डिविडेंड को Face Value के प्रतिशत के रूप में घोषित करती हैं।

उदाहरण: अगर कंपनी 50% डिविडेंड देती है और Face Value ₹10 है, तो आपको प्रति शेयर ₹5 डिविडेंड मिलेगा।

2. बोनस शेयर जारी करने में

जब कंपनी बोनस शेयर देती है, तो Face Value का उपयोग करके नए शेयर जारी किए जाते हैं।

3. स्टॉक स्प्लिट में

स्टॉक स्प्लिट में Face Value को घटाकर शेयरों की संख्या बढ़ा दी जाती है।

उदाहरण ₹10 Face Value वाले शेयर को ₹5 कर दिया जाए, तो आपके शेयरों की संख्या दोगुनी हो जाएगी।

4. बैलेंस शीट और अकाउंटिंग में

कंपनी के शेयर कैपिटल की गणना Face Value से की जाती है।

Face Value बदलने के कारण :—

कंपनी अपनी Face Value को बदल सकती है, और इसके मुख्य कारण हैं:

स्टॉक स्प्लिट – निवेशकों की संख्या बढ़ाने के लिए

कंसॉलिडेशन ऑफ शेयर्स – बहुत छोटे शेयर को मिलाकर बड़ा शेयर बनाने के लिए


2025 में Face Value को लेकर 
निवेशकों के लिए सुझाव :—

Face Value से निवेश का निर्णय न लें – केवल Face Value देखकर शेयर न खरीदें।

डिविडेंड और बोनस के लिए ध्यान दें – यह कैलकुलेशन में मदद करता है।

कंपनी की फाइनेंशियल हेल्थ देखें – EPS, P/E Ratio और Market Capitalization भी देखें।


 ध्यान दें :—

फेस वैल्यू को कंपनी बदल नहीं सकती है। 

जब तक कि Stock Split या कोई विशेष निर्णय न लिया गया हो।

यह निवेशक को यह बताता है कि असल में शेयर की कीमत कितनी थी जब बनाया गया था।

निष्कर्ष :—

Face Value शेयर का एक महत्वपूर्ण बुनियादी पहलू है। लेकिन यह शेयर की असली कीमत तय नहीं करता। 

यह केवल अकाउंटिंग और कॉर्पोरेट एक्शन में इस्तेमाल होने वाला मूल्य है। 

निवेश करने से पहले आपको Face Value, Market Price और Book Value तीनों को समझना चाहिए।

लेकिन आपको जब भी निवेश करना हो तो 

निवेश से पहले किसी प्रमाणित वित्तीय सलाहकार से सलाह अवश्य लें। 

हमारी वेबसाइट का उद्देश्य केवल निवेश जागरूकता फैलाना है।

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