इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (IOCL) परिचय :—
कंपनी की स्थापना और उद्देश्य :—
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (Indian Oil Corporation Limited), जिसे सामान्यतः "इंडियन ऑयल" के नाम से जाना जाता है,
भारत सरकार के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अंतर्गत एक सार्वजनिक क्षेत्र की महारत्न कंपनी है।
इसकी स्थापना 1 सितंबर 1964 को हुई थी, जिसका मुख्य उद्देश्य
भारत को ऊर्जा सुरक्षा प्रदान करना और तेल क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना था।
मुख्यालय और संचालन :—
इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। इंडियन ऑयल देशभर में 11 रिफाइनरी, 50,000+ पेट्रोल पंप, और हजारों इंडस्ट्रियल ग्राहक सेवा केंद्रों के माध्यम से अपनी सेवाएँ देती है।
प्रमुख कार्यक्षेत्र :—
1. रिफाइनिंग (Refining): इंडियन ऑयल देश की सबसे बड़ी रिफाइनिंग कंपनी है, जिसकी कुल रिफाइनिंग क्षमता लगभग 81.2 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष (MMTPA) है।
2. मार्केटिंग और डिस्ट्रीब्यूशन: यह देश का सबसे बड़ा फ्यूल रिटेलर है, जिसके पास विशाल वितरण नेटवर्क है – पेट्रोल, डीजल, एलपीजी, एविएशन टरबाइन फ्यूल, ल्यूब्रिकेंट्स, आदि।
3. पाइपलाइन नेटवर्क: इंडियन ऑयल के पास 14,670+ किलोमीटर लंबा क्रूड ऑयल, गैस और उत्पाद पाइपलाइन नेटवर्क है।
4. अनुसंधान और नवाचार: कंपनी के पास आधुनिक R&D केंद्र है जो बायोफ्यूल, हाइड्रोजन, ई-मोबिलिटी और हरित ऊर्जा स्रोतों पर अनुसंधान करता है।
शेयर बाजार और सूचीबद्ध स्थिति :—
इंडियन ऑयल के शेयर NSE (Nifty) और BSE (Sensex) पर सूचीबद्ध हैं। कंपनी का ISIN नंबर INE242A01010 है। यह सार्वजनिक निवेशकों के लिए भी उपलब्ध है और भारत सरकार इसमें प्रमुख हिस्सेदार है।
डिविडेंड और वित्तीय प्रदर्शन :—
इंडियन ऑयल एक सार्वजनिक क्षेत्र की लाभप्रद कंपनी है जो नियमित रूप से डिविडेंड देती रही है।
FY2023 में कंपनी ने ₹10 प्रति शेयर का डिविडेंड घोषित किया।
कंपनी का शुद्ध लाभ ₹8,000 करोड़ से अधिक रहा।
FY2025 की पहली तिमाही में कंपनी ने ₹3 प्रति शेयर का अंतरिम डिविडेंड घोषित किया है।
हाल की प्रमुख उपलब्धियाँ :—
ग्रीन एनर्जी में निवेश: इंडियन ऑयल अब हरित हाइड्रोजन, सोलर एनर्जी, और बायो-गैस जैसे क्लीन फ्यूल में भी निवेश कर रही है।
इलेक्ट्रिक वाहन (EV) चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना: देशभर में 10,000+ EV चार्जिंग स्टेशन लगाने का लक्ष्य।
Satat Scheme के तहत बायोगैस संयंत्र: ग्रामीण क्षेत्रों में गैस उत्पादन के लिए पहल।
सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) :—
इंडियन ऑयल शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण, महिला सशक्तिकरण, ग्रामीण विकास और आपदा राहत जैसे क्षेत्रों में करोड़ों रुपये का CSR योगदान देती है।
चुनौतियाँ और भविष्य की योजना :—
हालाँकि कंपनी को कच्चे तेल की कीमतों, अंतरराष्ट्रीय जियो-पॉलिटिकल स्थितियों और प्रतिस्पर्धा से चुनौतियाँ मिलती हैं, लेकिन यह दीर्घकालिक दृष्टिकोण से हरित ऊर्जा, डिजिटलाइजेशन और ग्राहक सेवा पर फोकस कर रही है।
भविष्य की दृष्टि :—
इंडियन ऑयल का लक्ष्य है कि वह 2040 तक एक "इंटरनेशनल एनर्जी कंपनी" बन जाए। इसके लिए वह निम्नलिखित पर काम कर रही है।
कार्बन उत्सर्जन में कटौती स्मार्ट पेट्रोल पंप कंज्यूमर मोबाइल ऐप्स हरित पेट्रोल और हरित डीजल
निष्कर्ष :—
इंडियन ऑयल केवल भारत की सबसे बड़ी तेल कंपनी नहीं है, बल्कि यह देश की ऊर्जा रीढ़ है। पारंपरिक ऊर्जा के साथ-साथ हरित ऊर्जा में इसके प्रयास, भारत को आत्मनिर्भर और टिकाऊ ऊर्जा भविष्य की ओर ले जा रहे हैं।
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